खास रिपोर्ट

तुलसी के अस्थमा माइग्रेन और तनाव से मुक्ति में अन्य फायदे ,तुलसी पर ये लेख की अगली कड़ी प्रस्तुत है इसको लिखा है प्रीति खत्री ने !

तुलसी के अस्थमा माइग्रेन और तनाव से मुक्ति में अन्य फायदे ,तुलसी पर ये लेख की अगली कड़ी प्रस्तुत है इसको लिखा है प्रीति खत्री ने !

तुलसी की पत्तियां अपने आप में एक औषधि होती हैं और जब ये दूध के साथ मिलती हैं तो इसके औषधीय गुणों में और इजाफा हो जाता है। तुलसी के पत्ते जब दूध में उबलते हैं तो तुलसी के सारे गुण इस दूध में आ जाते हैं। दूध में अपने आप में एक संपूर्ण पोषण होता है, तो दोनों साथ में मिलकर शरीर की कई कमियों को दूर करने के साथ बीमारियों से भी मुक्त करते हैं।

आपको जान कर आश्चर्य होगा कि कई बीमारियों कि दवा हमारे घर में मौजूद तुलसी में ही होती है लेकिन हम उसकी खूबियों को जान नहीं पाते और दवाओं को खाने लगते हैं। एक बात याद रखें यदि आपको कोई गंभीर बीमारी है तो आप दवा खाते रहें लेकिन साथ में घरेलू नुस्खों से जुड़े उपाय भी करते रहें। तुलसी के पत्ते कई गुणों का भंडार है और इसे जब दूध में उबाला जाता है तो ये दवा की तरह काम करता है। आप स्वस्थ भी हैं तो भी आपको तुलसी वाला दूध पीना चाहिए। आइए आज इसे पीने के फायदे जानें।

 

1-अस्थमा से बचाएगा

अगर आप अस्थमा या एलर्जी से परेशान रहते हो तो आपको तुलसी वाला दूध पीना बेहद फायदा देगा। ये आपके अंदर के कफ और सीने की जकड़न को कम कर सांस लेना आसान बनाएगा। इसे पीने से आपकी इम्युनिटी भी बढ़ेगी। मौसम की बीमारियों से भी ये बचाता है।

 

2-माइग्रेन से मिलती है राहत

सिर दर्द या माइग्रेन की समस्या से राहत दिलाने में तुलसी वाला दूध बेहद फायदेमंद होता है। दूध में तुलसी के पत्ते उबालकर पीने से सिर की सूजी नसें सिकुड़ने लगती हैं इससे ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से मस्तिष्क में होने लगता है। 

3-तनाव और डिप्रेशन पर करता है वार

तुलसी के पत्तों में मूड को सही करने और तनाव को हरने का गुण होता है। इसलिए जब भी आप स्ट्रेस या डिप्रेशन सा महसूस करें तो आपको तुरंत तुलसी के पत्तों को दूध में उबाल कर पीना शुरू करना चाहिए। इस दूध में इतना असर है होता है कि ये गहरे से गहरे मानसिक तनाव को दूर कर सकता है।

 

4-दिल के लिए भी है फायदेमंद

तुलसी वाला दूध दिल के लिए बेहद कारगर दवा है। यदि आप सुबह चाय की जगह इसे पीना शुरू कर दें तो आपका दिल बेहद स्वस्थ रहेगा और आपका स्टेमिना भी बढ़ेगा। इसके अलावा ये किडनी में होने वाली पथरी को भी निकालने का काम करता है।

5-बढ़ती है इम्युनिटी

एंटीऑक्सीडेंट्स से भरा होने के कारण तुलसी का पत्ता इम्युनिटी बढ़ाने का भी काम करता है। दूध कई तरह के विटामिन और मिनिरल्स से भरा होता है और जब तुलसी इसमें जाती है तो ये एक रोग प्रतिरोधक दवा की तरह काम करता है। यही कारण है कि इसे कैंसर और एचआईवी जैसे रोगों में भी पीना चाहिए। तुलसी के पत्तों एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीवायरल भी होते हैं और ये सर्दी, खांसी व जुकाम से भी बचाता है।

कैसे बनाएं तुलसी वाला दूध

स्किम्ड या फुल क्रीम मिल्क करीब डेढ़ गिलास लें। अब इसे उबाल लें, जब ये उबलने लगे तो इसमें करीब दस पत्तियां तुलसी की डाल कर तब तक उबालें जब तक दूध एक गिलास जितना न हो जाएं। दूध जब पीने लायक हो जाए तो आप इसे सिप कर के पीएं।कोशिश करें कि दूध का सेवन आप सुबह के समय करें। चाय की जगह इस दूध को पीने की आदत डालें।

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