10 साल की 1 उपलब्धि तक नहीं बता पा रहे मोदी के गले की फांस बना मुस्लिम लीग का मुद्दा,कांग्रेस नई किया पलटवार “मोदी जी के पुरखे और श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल में, मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार चला रहे थे !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विभाजनकारी एजेंडे में सबसे प्रिय विषय हिन्दू मुस्लिम जैसे देश को भटकाने वाले मुद्दे पर मुहं की खानी पड़ी है ,मोदी के कांग्रेस पार्टी के मुस्लिम लीग के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले मुद्दे पर कांग्रेस की सबसे तेज़ तर्रार नेता सुप्रिया श्रीनेत ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर करारा जवाब दिया
आखिर 'मुस्लिम लीग' से नरेंद्र मोदी का ऐसा कौन सा प्रेम है, जो बार-बार छलक उठता है।
1942 में जब महात्मा गांधी जी के आह्वान पर 'भारत छोड़ो आंदोलन' चल रहा था, उस समय मौलाना आजाद कांग्रेस के अध्यक्ष थे और सारा देश सड़कों पर था।
ऐसे में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल में, मोदी जी के… pic.twitter.com/NvjUOGEdP5
— Congress (@INCIndia) April 8, 2024
सुप्रिया ने कहा “आखिर ‘मुस्लिम लीग’ से नरेंद्र मोदी का ऐसा कौन सा प्रेम है, जो बार-बार छलक उठता है।
1942 में जब महात्मा गांधी जी के आह्वान पर ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ चल रहा था, उस समय मौलाना आजाद कांग्रेस के अध्यक्ष थे और सारा देश सड़कों पर था।
ऐसे में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल में, मोदी जी के पुरखे सिंध और नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रॉविंस में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार चला रहे थे और अंग्रेजों को आंदोलन रोकने के लिए सुझाव दे रहे थे।
नरेंद्र मोदी और उनके पुरखे, भारत मां के नहीं सिर्फ विभाजनकारी लोगों के सगे हैं।
वहीं जब से कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी हुआ है, तब से वह और परेशान हो गए हैं।