2019 के चुनाव में हुई थी बड़ी धांधली अशोका विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर सब्यसाची दास का बड़ा खुलासा,राजनितिक विवाद के बाद छोड़ दिया पद !
2019 के चुनाव में हुई थी बड़ी धांधली अशोका विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर सब्यसाची दास का बड़ा खुलासा,राजनितिक विवाद के बाद छोड़ दिया पद !
हरियाणा स्थित अशोका विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग ने सहायक प्रोफेसर सब्यसाची दास के इस्तीफे को स्वीकार किए जाने पर निराशा व्यक्त करते हुए बुधवार को विश्वविद्यालय के शासी निकाय को एक खुला पत्र लिखा। इसमें विभाग ने कहा है कि जल्दबाजी में इस्तीफा मंजूरी किया गया जिससे विभाग के विश्वास को ठेस पहुंची है।
विभाग ने पत्र में लिखा, “हमारे सहयोगी प्रोफेसर सब्यसाची दास द्वारा इस्तीफे की पेशकश और विश्वविद्यालय द्वारा इसकी जल्दबाजी में मंजूरी ने अर्थशास्त्र विभाग के फैकल्टी, हमारे सहयोगियों, हमारे छात्रों और अशोका विश्वविद्यालय के शुभचिंतकों के प्रति हमारे विश्वास को गहराई से तोड़ दिया है।”
विभाग ने लिखा, “प्रोफेसर दास ने किसी भी स्वीकृत मानदंड का उल्लंघन नहीं किया। समीक्षा की प्रक्रिया के माध्यम से शैक्षणिक अनुसंधान का पेशेवर मूल्यांकन किया जाता है। उनके हालिया अध्ययन की जांच करने के शासी निकाय का हस्तक्षेप संस्थागत उत्पीड़न है, शैक्षणिक स्वतंत्रता को कम करता है और विद्वानों को भय के माहौल में काम करने के लिए मजबूर करता है। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और सामूहिक रूप से शासी निकाय द्वारा व्यक्तिगत अर्थशास्त्र संकाय सदस्यों के अनुसंधान का मूल्यांकन करने के किसी भी भविष्य के प्रयास में सहयोग करने से इनकार करते हैं।”
बता दें कि अशोका विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग ने सहायक प्रोफेसर सब्यसाची दास ने हाल में अपने पेपर में 2019 के लोकसभा चुनावों में मतदाता हेरफेर की बात कही थी, जिससे बड़ा राजनतिक विवाद खड़ा हो गया था। उसके बाद बढ़ते दबाव के कारण उनको विश्वविद्यालय से इस्तीफा देना पड़ा।