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सावरकर पर दिए बिना तथ्य पर आधारित राजनाथ सिंह के बयान की भारी आलोचना इतिहासकार और बुद्धिजीवी बता रहे है बयान को कोरी बकवास !

सावरकर पर दिए बिना तथ्य पर आधारित राजनाथ सिंह के बयान की भारी आलोचना !

देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सावरकर को लेकर एक बात कही है राजनाथ सिंह ने कहा कि सावरकर ने अंग्रेजी शासन से माफी गांधी जी के कहने पर मांगी थी।

राजनाथ सिंह के पर दिए इस बयान को एक सोची समझी रणनीति बताया जा रह है इसकी वजह ये है की संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी सावरकर पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि आजादी के बाद से ही सावरकर को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। लोगो का मानना है कि इसी बयान के मद्देनज़र ये बयान दिया गया है और अब भाजपा कि और इसी तरह के और बयान आ सकते है !

 

दरअसल राजनाथ सिंह एक किताब ‘वीर सावरकर- द मैन हू कुड हैव प्रिवेंटेड पार्टिशन’ के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे !

हालंकि राजनाथ सिंह के इस बयान पर इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सबने बताया कि राजनाथ इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं। राजनाथ सिंह के बयान पर इतिहासकार एस इरफान हबीब ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा है कि, “हां, एक खास में रंगे इतिहास को लिखने का चलन सही में बदल रहा है जिसकी अगुवाई रक्षा मंत्री कर रहे हैं। कम से कम उन्होंने यह तो स्वीकार कर लिया कि सावरकर ने दया याचिका लिखी थी। ऐसे में अब कोई दस्तावेजी सबूत की जरूरत ही नहीं है। नए भारत का नया इतिहास….”

वंही एक और सीपीआई-एमएल की पोलित ब्यूरो मेंबर कविता कृष्णन ने भी कहा है कि राजनाथ सिंह बताएं कब और कैसे गांधी जी ने सावरकर को दया याचिका लिखने की सलाह दी थी। कविता ने कहा है कि अब तो आप यह भी कहेंगे कि गांधी जी ने खुद ही गोडसे से कहा था कि वह उन्हें गोली मार दे।

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