द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों के प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए,देश भर में जहरीला माहौल बना रही है BJP,-शरद पवार
द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों के प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए,देश भर में जहरीला माहौल बना रही है BJP,-शरद पवार
जम्मू-कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) पर हमला बोला है।
31 मार्च को दिल्ली प्रदेश राकांपा के अल्पसंख्यक विभाग के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा फिल्म द कश्मीर फाइल्स के जरिए घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर झूठा प्रचार कर रही है। केंद्र में सत्ताधारी पार्टी देश में जहरीला माहौल बना रही है। ‘‘इन फिल्मों को प्रदर्शन के लिए मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए थी। मगर इसे कर रियायत दी गई है और जिन लोगों के पास देश को एक रखने की जिम्मेदारी है, वे लोगों को ऐसी फिल्म देखने को कह रहे हैं जिससे लोगों में गुस्सा भड़के।’’
राकांपा प्रमुख ने चर्चा में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को घसीटने के लिए भी भाजपा को निशाने पर लिया और कहा कि कश्मीरी पंडितों को तब घाटी छोड़नी पड़ी थी जब विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री थे।
उन्होंने कहा, “वी पी सिंह की सरकार का समर्थन भाजपा कर रही थी। मुफ्ती मोहम्मद सईद गृह मंत्री थे और जगमोहन जिन्होंने बाद में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा, वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।”
पवार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के तबके मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जगमोहन के साथ मतभेदों को लेकर पद छोड़ दिया था और वह राज्यपाल थे जिन्होंने कश्मीरी पंडितों की कश्मीर घाटी से निकलने में मदद की।