कंधे बदलने से मुर्दे का वजन हल्का नहीं होता कैबिनेट का विस्तार इसकी एक बानगी भर है !
मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार को देख कर बताया जा सकता है की मोदी में न काबिलियत थी ना ही है !
कंधे बदलने से मुर्दे का वजन हल्का नहीं होता कैबिनेट का विस्तार इसकी एक बानगी भर है मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार को देख कर बताया जा सकता है की मोदी में न काबिलियत थी ना ही है 7 वर्षो में मोदी की केंद्र सरकार ने देश की रीढ़ तोड़ के रख दी है. मंत्रिमंडल विस्तार में वित्त मंत्री का बना रहना साफ़ दर्शाता है की क्या मंथन और किस तरह का मंथन हुआ होगा .पट्रोलियम मंत्री को दूसरे मंत्रालय भेज दिया गया तेल की कीमतों ने देश में हाहाकार मचा दिया है मंत्री जी चुपचाप खिसका दिए गए दूसरे मंत्रालय में वो क्या करेंगे आप खुद सोच सकते है. स्वास्थ्य मंत्री का तो कहना ही क्या सुबह उठते ही उनको देश के स्वास्थ्य से ज़्यादा मोदी जी के ट्वीट में दिलचस्पी रहती थी खबरदार जो कोई एक ट्वीट मोदी के खिलाफ कर दे मंत्री जी खुद कलम दवात लेके जवाब देने लगते. किसी और देश में ये स्वास्थ्य मंत्री होते तो मंत्री जी पर मुकदमे दर्ज़ किये गए होते. कुल मिलकार सारी कवायद देश में छोटी छोटी जातियों को आपस में एक दूसरे के खिलाफ खड़ा करना है !