महाराष्ट्र

गोगोई की दिखाई राह चलती न्याय व्यवस्था,? कौन है महाराष्ट्र सरकार के फ्लोर टेस्ट का फैसला सुनाने वाले कान्त ! पढ़िए बस चौंकिए मत

गंभीर कदाचार के आरोपी अवैध संपत्ति के लेन-देन व् जमानत देने के लिए रिश्वत में भाग लेने का आरोप

महाराष्ट्र के भाग्य का फैसला करने वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच का नेतृत्व करने वाले जस्टिस सूर्यकांत पर 2012 में, एक रियल एस्टेट एजेंट ने उन पर आरोप लगाया कि अवैध संपत्ति के लेन-देन में भाग लिया।

2017 में, पंजाब में एक कैदी ने अपने द्वारा सुने गए 8 मामलों को सूचीबद्ध करते हुए एक शिकायत दर्ज की, और आरोप लगाया कि न्यायाधीश ने इनमें से जमानत देने के लिए रिश्वत स्वीकार की थी बावजूद इसके  सुप्रीम कोर्ट ने कोई जांच नहीं की।

सुप्रीम कोर्ट के एक जज के विरोध के बावजूद एससी में उनके प्रस्तावित अचानक पदोन्नति और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की ओर इशारा करते हुए, कॉलेजियम ने अभी भी अधिक वरिष्ठ न्यायाधीशों को दरकिनार करते हुए उन्हें पदोन्नत करने की सिफारिश की।

कांत नवंबर 2025 में भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की कतार में हैं !

पढ़िए प्रमुख इनवेस्टिगेटिव पत्रकार सौरव दास की रिपोर्ट


 

 

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