भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने बुधवार को जब रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी करने की घोषणा की,सरकार को नहीं सूझ रहा महंगाई से राहत देने का कोई रास्ता !
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने बुधवार को जब रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी करने की घोषणा की,सरकार को नहीं सूझ रहा महंगाई से राहत देने का कोई रास्ता !
रिजर्व बैंक के मुताबिक महंगाई का दौरान इस साल बना रहेगा और लोगों को महंगाई से राहत नहीं मिलेगी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के भी 5.7% के अनुमान की जगह 6.7% रहने की संभावना है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने देश में महंगाई दर 6% के लक्ष्य से लगातार अधिक होने पर चिंता जताते हुए रेपो रेट में 50 बेसिस अंकों का इजाफा किया है। मौद्रिक समिति ने वित्त वर्ष 2023 में आर्थिक विकास के अनुमान को ही 7.2% के स्तर पर ही कायम रखा है। हालांकि, रेपो रेट में बढ़ोतरी से आरबीआई को महंगाई में कमी की खास उम्मीद नहीं है।
बैंक का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही से पहले महंगाई दर के 6% से नीचे आने की संभावना कम है। बैंक ने आखिरी तिमाही में महंगाई दर 5.8% रहने का अनुमान जताया है। वहीं उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पूरे साल 6.7% रहेगा, जबकि पहले इसके 5.7% रहने का अनुमान लगाया गया था।