राष्ट्रीय

हिन्दू धर्म प्रेम ,साहस ,सत्य, व् अंहिसा का धर्म लेकिन हिंदुत्व नफरत ,हिंसा, डर ,व् झूट का का नाम,मैं हिंदू हूं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूँ -राहुल गाँधी

हिन्दू गाँधी का धर्म और हिंदुत्व गोडसे का ,मैं हिंदू हूं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूँ

राजस्थान की राजधानी जयपुर में कांग्रेस पार्टी ने महंगाई के मुद्दे पर एक बहुत बड़ी रैली का आयोजन किया राहुल गांधी ने इस रैली को संबोधित करते हुए कहा देश की हालत आप सबको दिख रही है।महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है देश की आज जो हालत है, शायद पहले कभी नहीं हुई। पूरा का पूरा धन 4-5 पूंजीपतियों के हाथ में है। , देश को 3-4 पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री जी, उनका काम कर रहे हैं।

नोटबंदी हुई, जीएसटी लागू किया गया, तीन काले कानून इन चीजों के बोलने से पहले मैं आज आपसे एक दूसरी बात करना चाहता हूँ। देश के सामने कौन सी लड़ाई है और लड़ाई किसके बीच में है, कौन सी विचारधाराओं के बीच में है? 5 मिनट में मैं आपको ये बताना चाहता हूँ और फिर उसके बाद महंगाई, काले कानूनों के बारे में, बेरोजगारी के बारे में खुलकर आपसे बोलूँगा।

आप जानते हो कि दो जीवों की एक आत्मा नहीं हो सकती। क्या दो जीवों की एक आत्मा हो सकती है? (जनता ने कहा- नहीं), नहीं हो सकती। वैसे ही दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता। दो जीवों की एक आत्मा नहीं हो सकती, दो शब्दों का एक अर्थ नहीं हो सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों की टक्कर है, दो अलग शब्दों की, इनका अर्थ अलग हैं। एक शब्द हिंदू, दूसरा शब्द, हिंदुत्ववादी। ये एक चीज नहीं है। ये दो अलग-अलग शब्द हैं और इनका अर्थ बिल्कुल अलग है। मैं हिंदू हूं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूँ।

 

महात्मा गाँधी हिन्दू और गोडसे हिंदुत्ववादी

भाईयों और बहनों, महात्मा गांधी- हिंदू थे, गोडसे- हिंदुत्ववादी। फर्क क्या होता है। फर्क मैं आपको बताता हूँ। चाहे कुछ भी हो जाए, हिंदू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए, पिस जाए, हिंदू सच को ढूँढता है। उसका रास्ता, सत्याग्रह होता है।और हिंदुत्ववादी गोडसे ने उनकी छाती में तीन गोली मारी।

भाईयों और बहनों, नरेन्द्र मोदी जी ने हिंदुस्तान के सबसे गरीब 50 प्रतिशत लोगों के हाथ में इस देश का सिर्फ 6 प्रतिशत धन छोड़ा है। ये जादू कैसे किया? इस जादू के कौन से औजार थे और इस जादू को किसने किया, मैं आज आपको बताना चाहता हूँ। औजार था- नोटबंदी, जीएसटी, किसान के खिलाफ़ तीन काले कानून।नरेन्द्र मोदी जी और उनके 3-4 उद्योगपतियों ने, हिंदुत्ववादियों ने इस देश को 7 साल में बर्बाद कर दिया,हिंदुस्तान को इस आक्रमण के खिलाफ खड़ा होना ही पड़ेगा और कोई रास्ता ही नहीं है और आप देखना ये देश एक आवाज से खड़ा होगा। राजस्थान एक आवाज से खड़ा होगा और नरेन्द्र मोदी जी को बाहर का रास्ता दिखाएगा।

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