Kisan Andolan: किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली-बहादुरगढ़ बॉर्डर पर डटे, सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी, भारी पुलिस फोर्स तैनात !
Kisan Andolan: किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली-बहादुरगढ़ बॉर्डर पर डटे, सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी, भारी पुलिस फोर्स तैनात !
दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर टीकरी के नजदीक एक बार फिर किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। किसान नेताओं का कहना है कि हम एमएसपी, कर्जमाफी और किसानों पर दर्ज मामले वापस कराने की मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है
संयुक्त किसान मोर्चा की 40 सदस्यीय केंद्रीय कमेटी के सदस्य रहे जम्हूरी किसान सभा के प्रधान कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि किसानों का आंदोलन खत्म नहीं बल्कि स्थगित हुआ था। अधिकतम समर्थन मूल्य की गारंटी वाला कानून बनाने व सभी कृषि कर्ज माफ करने सहित मांगें पूरी होने तक आंदोलन की लौ जलती रहेगी। जरूरत पड़ी तो फिर से दिल्ली में आंदोलन शुरू होगा। मशाल यात्रा का आयोजन तीन कृषि कानून रद्द होने के बाद दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के स्थगित होने का एक साल पूरा होने पर किया गया था।
किसान आंदोलन 11 दिसंबर को खत्म हुआ था। एक साल बाद फिर से किसान जुटने शुरू हुए। किसान संघर्ष समिति हरियाणा के बैनर तले पंजाब के हुसैनीवाला से 28 नवंबर को चली किसान मशाल यात्रा शनिवार को बहादुरगढ़ पहुंची। इसमें हरियाणा के फतेहाबाद, सिरसा व जींद के अलावा पंजाब के बठिंडा आदि जिलों के सैकड़ों किसान शामिल थे। किसानों के आने पर बहादुरगढ़ शहर की सड़कों पर किसान एकता जिंदाबाद के नारे गूंजने लगे। कुछ किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली तो कुछ ट्रेन और अपने निजी वाहनों से आए। इन्होंने पुराने बस स्टैंड परिसर में सभा की। यहां से मशाल यात्रा निकाल टीकरी बॉर्डर पहुंचे और आंदोलन में 700 से अधिक शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी।
बस स्टैंड पर स्वयं डीएसपी पवन कुमार व सिटी थाना प्रभारी जयभगवान उपस्थित रहे। किसानों की ज्यादा संख्या रेलवे रोड व दिल्ली-रोहतक रोड पर देखने को मिली। टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने से रोहतक-दिल्ली रोड पर यातायात भी प्रभावित रहा। बॉर्डर पर वाहनों की कतारें लग गईं। यात्रियों को भी परेशानी हुई। काफी संख्या में किसान ई-रिक्शा व पैदल टीकरी बॉर्डर पर पहुंचे, लेकिन उन्हें दिल्ली पुलिस ने वापस बहादुरगढ़ की तरफ लौटा दिया। एमएसपी सहित अपनी मांगों को लेकर किसान आंदोलनकारियों का एक गुट रविवार को भी बॉर्डर क्षेत्र में सभा करेगा।