नवरात्र के बहाने सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की घिनौनी साज़िश में लगे संघ-बीजेपी
नवरात्र के बहाने सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की घिनौनी साज़िश में लगे संघ-बीजेपी
नवरात्र के पवित्र पर्व के नाम पर देश को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की आग में झुलसाने की संघ-बीजेपी और अन्य संगठनों द्वारा कोशिश की जा रही है। ऐसा प्रयास केवल उन्ही राज्यों में किया जा रहा है जहां आने वाले वक्त में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
आपको बता दें राजस्थान के करौली में संघ और उससे जुड़े संगठनों ने हिंदू नव वर्ष को मौके पर बाइक रैली निकाली। रैली जानबूझकर मुस्लिम बहुल इलाकों से निकाली गई थी, ताकि माहौल को सांप्रदायिक बनाया जा सके।
फिर एक और घटना, अजमेर के ब्यावर में हुई जहां उन्मादी भीड़ नारेबाज़ी करती नज़र आई।
एक और घटना जबलपुर जिले की है जहां संघ का झंडा उतारने गए सरकारी अधिकारी को संघ के कार्यकर्ताओं ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा।
दिल्ली से सटे नोएडा और गाज़ियाबाद में मंदिरों के आसपास मांस की बिक्री बंद करवा दी गई है, लेकिन लोगों का कहना है कि इस बहाने मुसलमानों के पूरे आर्थिक तंत्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
हालांकि उत्तर प्रदेश, सूचना विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नवनीत सहगल का कहना है कि ऐसा कोई फरमान जारी नहीं किया गया है।. सहगल ने कहा कि जिन जिलों (नोएडा, गाज़ियाबाद) से इस तरह की रिपोर्ट्स आ रही हैं, वहां के जिला प्रशासन से इस बारे में सफाई मांगी जानी चाहिए।