नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जो हुआ, वो हादसा नहीं ‘नरसंहार’ है,मोदी सरकार जनता को ही जिम्मेवार ठहरा रही है – कांग्रेस

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। सवाल यह है कि 18 लोगों की मौत आखिर जिम्मेदार कौन है। 18 लोगों की मौत पर कांग्रेस पार्टी जिम्मेदारी तय करने की मांग की है। साथ पार्टी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस वक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेसे से बात करते हुए कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कल रात जो हुआ, वो हादसा नहीं ‘नरसंहार’ है। वहां का मंजर देखकर दिल दहल गया। आस्था और विश्वास से भरे कई श्रद्धालु कुंभ जाने के लिए आए तो जरूर, लेकिन रेलवे प्रशासन की नाकामी के कारण आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक. दम घुटने से 18 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे शामिल हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हादसे के चश्मदीदों की बातें सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। कुली भाइयों ने शवों को लाद-लादकर बाहर निकाला। वहां, पुलिस प्रशासन और एंबुलेंस की व्यवस्था तक नहीं थी। अस्पताल में लाशों का अंबार लगा हुआ था। लोगों के चेहरे पर अपनों को खोने के दुख के साथ ही वो दहशत दिखी, जिसका सामना उन लोगों ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर किया। श्रद्धालुओं के इस नरसंहार का जिम्मेदार कौन है?”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इतना कुछ हो जाने के बाद ज़िम्मेदारी लेना और गलती मानना तो दूर की बात, मोदी सरकार जनता को ही जिम्मेवार ठहरा रही है।