केरल ब्लास्टःफिर धरा रह गया नफरत भरा प्रोपोगंडा, कोच्चि निवासी डोमिनिक मार्टिन ने ली विस्फोट की जिम्मेदारी, थाने में पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण !
एक बड़े घटनाक्रम में रविवार को केरल के कलामासेरी में जमरा इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्जीबिशन सेंटर में हुए बम विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए कोच्चि के डोमिनिक मार्टिन नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, धमाकों की जिम्मेदारी लेने वाले शख्स ने त्रिशूर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है। आरोपी ने दावा किया है कि उसने बम लगाया था जिसके परिणामस्वरूप एक महिला की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए। घायलों में सात की हालत गंभीर है।
केरल के एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) एमआर अजित कुमार ने कहा कि एक व्यक्ति ने त्रिशूर ग्रामीण के कोडाकरा पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया है और दावा किया है कि यह उसी ने किया है। उसका नाम डोमिनिक मार्टिन है और उसका दावा है कि वह सभा के एक ही समूह से था। हम अभी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। हम इस मामले के सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं। विस्फोट हॉल के मध्य भाग में हुआ था। पुलिस शख्स से पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि वह व्यक्ति खुद आया और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
कोच्चि से राष्ट्रीय अन्वेंषण एजेंसी (एनआईए) की चार सदस्यीय टीम मौके पर पहुंच चुकी है। सूत्रों ने पुष्टि की कि नई दिल्ली से एनआईए टीम जांच संभालने के लिए केरल रवाना हो चुकी है।पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से कई विस्फोटों की सूचना मिली थी। यहोवा के साक्षी में विश्वास करने वालों की बैठक आयोजित की गई थी। विस्फोट सुबह करीब 9 बजे हुए। हॉल को सील कर दिया गया है और केरल पुलिस का आतंकवाद निरोधक दस्ता घटनास्थल पर है।
यहोवा के साक्षी ईसाइयों का एक समूह है जो खुद को प्रोटेस्टेंट के रूप में नहीं मानते हैं। यहोवा साक्षी सम्मेलन एक वार्षिक बैठक है जहाँ बड़ी सभाएँ होती हैं जिन्हें क्षेत्रीय सम्मेलन कहा जाता है। यह तीन दिनों तक चलता है। सूत्रों के मुताबिक यह आयोजन शुक्रवार को शुरू हुआ था और रविवार को इसका समापन होना था।
सूत्रों ने कहा कि सभी घायलों को कलामासेरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस घटना को “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण” बताया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जाएगी।