उत्तर प्रदेश -कानपुर में सात दिन से लापता डॉक्टर का नाले में मिला शव,पहले भी कई बार आत्महत्या का प्रयास कर चुकी थी.!
गुजैनी में सात दिन से लापता अवसादग्रस्त महिला डॉक्टर का रविवार को नाले में शव मिला। इलाकाई लोगों की सूचना पर पुलिस ने परिजनों से शिनाख्त कराई।
बिलखती हुई मां ने बताया कि बेटी शुरू से ही ज्यादा बात नहीं करती थी, जिससे डिप्रेशन में थी। पहले भी कई बार आत्महत्या का प्रयास कर चुकी थी। पूछने पर कहती थी कि मां कोई कहता है कि कूद जाओ, नहीं तो गलत हो जाएगा।
गुजैनी निवासी राम निवास सिंह बैंक से रिटायर्ड हैं। परिवार में पत्नी शशिप्रभा, बेटी ऋचा, धरा, तनु और एक बेटा ऋषभ है। बड़ी बेटी ऋचा (33) आजमगढ़ के चक्रपानपुर पीजीआई में डॉक्टर थी।
मां शशिप्रभा ने बताया कि ऋचा बहुत होनहार थी। दिन भर किताबें पढ़ती थी। इसी कारण 10 वर्षों से अवसाद में थी। उसका फतेहगढ़ में इलाज चल रहा था। आठ वर्ष पूर्व पिता रामसिंह उसका इलाज कराने जाने जा रहे थे, तब भी शमसाबाद के पास उसने ट्रेन से कूद कर जान देने का प्रयास किया था।
उन्होंने बताया कि एमबीबीएस पूरा होने के बाद वह आजमगढ़ के चक्रपानपुर पीजीआई से एमडी की पढ़ाई पूरी कर वहीं प्रैक्टिस करने लगी थी। नौ फरवरी को ऋचा कमरे के पास नाले में कूद गई थी।
10 फरवरी को वह उसे यहां ले आई थीं। 11 फरवरी की सुबह ऋचा टहलने की बात कहकर घर से निकली। इसके बाद वापस नहीं लौटी। पड़ोसियों व रिश्तेदारों के यहां पूछताछ करने के बाद गुजैनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
रविवार की शाम घर से कुछ दूर पांडु नदी के बगल से निकले नाले में इलाकाई लोगों ने उसका शव उतराते देखा तो पुलिस को सूचना दी। गुजैनी थाना प्रभारी विनय तिवारी ने बताया कि गुमशुदगी दर्ज करने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया था। रविवार को शव मिला है।