कांवड़िये नशे में धुत अवैध असलाहों के साथ मस्जिद के सामने जुलूस निकालने की ज़िद ही तो कर रहे थे ये कोई गुनाह है ? बताइये अब ये देश संविधान से चलेगा क्या ? संविधान और कानून जब धर्म के सामने लाये तो तुरंत हटा दिए गए बरेली के एसएसपी साहब ,
कांवड़िये नशे में धुत अवैध असलाहों के साथ मस्जिद के सामने जुलूस निकालने की ज़िद ही तो कर रहे थे ये कोई गुनाह है ? संविधान,कानून धर्म के सामने लाये तो तुरंत हटा दिए गए बरेली के एसएसपी साहब ,
बरेली में कानून व्यवस्था और कांवड़ को सकुशल निपटाने में अपने कानूनी अधिकारों व् दायित्व का पालन करने पर शासन ने एसएसपी प्रभाकर चौधरी को हटा दिया है। जोगी नवादा में बवाल और कांवड़ियों पर लाठीचार्ज को लेकर रविवार रात मौके पर पहुंचे एडीजी पीसी मीणा और आईजी डॉ राकेश सिंह ने इंस्पेक्टर बारादरी अभिषेक सिंह और चौकी इंचार्ज अमित कुमार को सस्पेंड कर दिया है।
दरअसल, रविवार शाम को बिना अनुमति नए रास्ते से कांवड़ का जत्था डीजे के साथ निकालने की जिद पर अड़े कांवड़ियों ने जमकर हंगामा किया था. हंगामा होता देख एसएसपी साहब ने लाठीचार्ज का आदेश दे दिया, बता दें कि पुलिस ने जिस जगह पर लाठीचार्ज किया है, वह इलाका बारादरी थाना क्षेत्र का नवादा है. ये मुस्लिम बाहुल्य इलाका है. आज शाम कुछ कांवड़िए मुस्लिम इलाके से कांवड़ का जत्था निकालना चाहते थे, जिस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को आपत्ति की थी और पुलिस को बुला लिया था. पुलिस के सामने ही दोनों पक्ष आमने सामने आ गए थे. माहौल देख पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया. इस पर मुस्लिम पक्ष ने कहा कि बिना डीजे बजाए कांवड़ यात्रा निकाल सकते हैं.
बरेली में हुए कावड़ियों पर पुलिस लाठीचार्ज पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी का बयान सामने आया है, उंन्होने बताया कि कावड़िया में कुछ गलत लोग नशे में थे, उनके बाद अवैध असलहे थे.#UttarPradesh #Bareli pic.twitter.com/GbX5kkqGs7
— News Network 24×7 (@24x7_network) July 31, 2023
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मीडिया को जानकारी दी. एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि सुबह से ही कांवडियों को समझाया जा रहा था. ये लोग गैर परंपरागत जुलूस निकालना चा रहे थे, क्योंकि उस रास्ते पर विशेष वर्ग की आबादी थी. इसी वजह से इन लोगों ने ईगो का माहौल बना लिया. इन्हीं लोगों के कहने पर हमने दूसरे पक्ष से बातचीत कर सहमती भी बना ली, लेकिन जब दोबारा बातचीत करने आए तो कुछ अराजकतत्व लोग इनके ग्रुप में शामिल हो गए. ऐसी भी आशंका है कि दो-चार लोग नशे में थे. इन लोगों के पास अवैध हथियार और कट्टा वगैरह भी था. हम लोगों ने स्थिति को देखते हुए इनको खदेड़ा. हंगामा करने वाले कुछ लोगों को चिन्हित कर उन पर मुकदमा भी लिखा जा रहा है.
प्रभाकर चौधरी 2010 बैच के IPS ऑफिसर हैं। सिर्फ 13 साल की नौकरी में आज उनका 21वा ट्रांसफर हुआ है। 13 मार्च को उन्होंने एसएसपी बरेली का कार्यभार संभाला था बरेली में उन्होंने पुलिस के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया।