राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के बजट आवंटन में अचानक 311% की वृद्धि ?
81 करोड़ का बजट एकदम 333 करोड़ . पेगासस लाइसेंस हासिल करना था ?
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के बजट आवंटन में अचानक 311% की वृद्धि ? क्या वजह थी 81 करोड़ के बजट को 333 करोड़ करने की प्रमुख समाज सेवी व् एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने उठाया बेहद महत्त्वपूर्ण मुद्दा ! साकेत ने प्रमुख समाचार पोर्टल द वायर की मार्च ’17 में, प्रकाशित उस रिपोर्ट का हवाला देते हुए ये बात उठायी है जिसमे अजीत डोभाल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के बजट आवंटन में अचानक 311% की वृद्धि की गयी थी !
बजट आवंटन में वृद्धि उसी माह जिस माह सरकार को संभावित तौर पे पेगासस लाइसेंस हासिल करना था
साकेत ने सवाल उठाया ये अचानक वृद्धि कहीं पेगासस लाइसेंस हासिल करने लिए तो नहीं थी ?साकेत ने द हिन्दू समाचार पत्र में फरवरी 2017 में छपी एक खबर का हवाला देते हुए बेहद महत्त्वपूर्ण प्रश्न उठाया की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के बजट आवंटन में अचानक 311% की वृद्धि उसी माह हुई जिस माह सरकार को पेगासस लाइसेंस हासिल करना था साकेत ने अजित डोवाल की भूमिका की जांच की मांग भी की !
In Mar ‘17, @thewire_in carried a piece about a sudden 311% increase in budget allocation of National Security Council Secretariat headed by Ajit Doval.
The sudden annual hike from 81 cr to 333 cr was for purportedly for “cyber security”.
In 2017.
Cost of Pegasus licenses? pic.twitter.com/7ImHIT86p1
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) July 23, 2021
It was also reported by @the_hindu in February 2017.
The regular double-digit annual budgetary outlay suddenly rises by 311% just in the year that the govt is supposed to have purchased #Pegasus licenses.
Ajit Doval must be probed. #PegasusProject https://t.co/3RV165GMKB
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) July 23, 2021