“ना कोई घुसा है “पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों ने 2 जनवरी को फिर की घुसपैठ ,”गोदी मीडिया में दहशत थर थर काँपा गोदी मीडिया “भारतीय चरवाहों ने किया डटकर सामना चुशूल के काउंसलर ने किया वीडियो शेयर !
लेह-लद्दाख के सुदूर पर्वतीय इलाके )में एक बार फिर से चीनी सेना का नापाक इरादा सामने आया है. चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) के जवानों ने भारतीय चरवाहों को रोकने की कोशिश की.
इस पर निहत्थे भारतीय चरवाहे ने साहस का परिचय देते हुए हथियार से लैस चीनी सेना के जवानों से भिड़ गए. भारतीय चरवाहों ने चीनी सेना की बख्तरबंद गाड़ियों पर पत्थरबाजी भी की. चीनी सेना के जवानों और भारतीय चरवाहों के बीच झड़प का वीडियो सामने आया है. यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हो रहा है. यह पहला मौका नहीं है जब चीन की ओर से उकसावे वाली कार्रवाई की गई है. लद्दाख क्षेत्र में इससे पहले भी चीन की ओर से इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया जा चुका है.
जानकारी के अनुसार, भारतीय चरवाहों को चीनी सैनिकों ने चारागाह में जानवर ले जाने से रोक दिया. इसके बाद चीनी सैनिकों और भारतीय चरवाहों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. देखते ही देखते दोनों पक्षों में गुत्थम-गुत्थी होने लगी. यहां यह बता दें कि चीनी सैनिक हथियार से लैसे थे, जबकि भारत के स्थानीय चरवाहे निहत्थे थे. इसके बावजूद स्थानीय चरवाहों ने PLA के कदम का विरोध करने से पीछे नहीं हटे.
चुशूल के काउंसलर कॉनचॉक स्टेंजिन ने सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प का वीडियो शेयर किया है. विडियो में चीनी सैनिक चरवाहों को रोकते दिख रहे हैं और चरवाहे उनसे बहस कर रहे हैं. उस जगह से वापस जाने से मना कर रहे हैं.
#चीनी सैनिकों ने 2 जनवरी को न्योमा निर्वाचन क्षेत्र के काकजंग में गश्त बिंदु 35 और 36 के पास #लद्दाख में भारतीय चरवाहों का सामना किया,
स्थानीय लोग तिब्बती भाषा में बात करते हुए पीएलए सैनिकों पर पत्थर फेंकते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में भारतीय सुरक्षा बलों की कोई मौजूदगी नहीं है। pic.twitter.com/KJPgclqaEq— News Network 24×7 (@24x7_network) January 31, 2024
सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिकों और पूर्वी लद्दाख के स्थानीय चरवाहों के बीच जानवरों को चारागाह ले जाने को लेकर हुए विवाद का यह विडियो जनवरी के पहले हफ्ते का है. गांव वालों ने चीनी सैनिकों से खूब बहस की और चीनी सैनिकों की गाड़ी पर पत्थर भी मारे. वीडिया में चीनी सैनिक पूरे घटनाक्रम को रिकॉर्ड करते दिख रहे हैं. साथ ही वे चरवाहों से वापस जाने के लिए भी कह रहे हैं. वीडियो में चीनी सैनिकों की बख्तरबंद गाड़ियों को भी देखा जा सकता है.