हिमाचल प्रदेश में अलग अलग 3 जगहों पर बादल फटने से भारी तबाही, 35 लोग लापता, एक शव बरामद

हिमाचल में बारिश ने एक बार फिर से कोहराम मचा दिया है। कुल्लू के निरमंड, मलाणा और मंडी जिला की चौहार घाटी के तेरंग में बादल फटा है। बारिश से आई बाढ़ में कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तीनों जगह पर करीब 40 लोग लापता हो गए हैं। मंडी में दो लोगों के शव मिले हैं, जबकि 35 लोगों सुरक्षित बचा लिया गया है। इसी बीच प्रशासन ने पद्धर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार मंडी जिला में देर रात्रि भयंकर बारिश के कारण भारी तबाही हुई है।जिला की चौहार घाटी के तेरंग गांव में बादल फटने से 11 लोग बह गए हैं, वहीं तीन घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मंडी प्रशासन ने एयरफोर्स से मदद मांगी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर रवाना हो गई है।
हिमाचल प्रदेश: शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्ड में बादल फटने के बाद 36 लोग लापता हैं और अब तक 2 शव बरामद किए ,SDRF की टीम मौके पर पहुंची। pic.twitter.com/91qR1ZZxJK
— News Network 24×7 (@24x7_network) August 1, 2024
इसके अलावा चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी से पंडोह, डयोड और दवाडा तक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। पंडोह ट्रांजीट कैंप के जागर नाले के पास सडक़ का नामोनिशान मिट गया है, जबकि नो मील के पास सडक़ बरसात के कारण ब्यास की ओर धंस रही है, जबकि चार मील में भी भूस्खलन जारी है है। डयोड और दवाडा में भी मलवा आने से सडक़ मार्ग बंद है।
भारी बारिश के कारण पंडोह डैम का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसके चलते डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं। इससे ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों को सावधान रहने के निर्देश जारी किए है। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन राहत एवं बचाव दल के साथ धम्चयाण के लिए रवाना हो गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को बुलाया गया है। प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान के लिए वायुसेना की मदद मांगी है। बादल फटने की घटना, मौसम विभाग की चेतावनी और संपर्क मार्गों के बंद होने के कारण जिला प्रशासन ने पद्धर करसोग उपमंडल के शिक्षण संस्थानों में आज छुट्टी घोषित कर दी है।