विपक्ष मुक्त भारत -संसद की सुरक्षा में सेंध पर सरकार से जवाब मांगने पर मिला सदन से निलंबन, एक दिन में संसद से 78 विपक्षी सासंद निलंबित,अब तक कुल 92 सांसदों को किया सदन से बाहर !
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संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के बयान की संसद में मांग कर रहे विपक्ष के खिलाफ एक दिन में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। सोमवार को संसद के दोनों सदनों के 78 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया। इनमें लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सांसद शामिल हैं। राज्यसभा के निलंबित सांसदों में से 11 का मामला विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है।
लोकसभा में सोमवार सुबह से ही हंगामे और नारेबाजी के बाद 33 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया। इन 33 में से 30 सांसदों को संसद के वर्तमान सत्र की बची हुई अवधि के लिए निलंबित किया गया है। वहीं, इनमें से 3 सांसदों, अब्दुल खालिक, विजयकुमार वसंत और के जयकुमार, का मामला संसद की विशेषाधिकार समिति को भेजते हुए इन्हें समिति की रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित कर दिया गया है।
सोमवार को लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी विपक्षी सांसदों पर भी ऐसी ही कार्रवाई हुई है। सोमवार को राज्यसभा से विपक्ष के 45 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया।
इनमें से 34 सांसदों को संसद के पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सस्पेंड किया गया है जबकि 11 सांसदों को प्रिविलेज कमेटी की रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित किया गया है। समिति तीन महीने के भीतर इस पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। राज्यसभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन पहले ही पिछले हफ्ते शीतकालीन सत्र समाप्त होने तक निलंबित किए गए थे। इस तरह राज्यसभा से निलंबित होने वाले कुल सांसदों की संख्या बढ़कर 46 हो गई।
इससे पहले 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक और हंगामे के बाद 14 दिसंबर को इस मामले पर सरकार से जवाब मांग रहे कुल 14 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। इनमें से 13 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद थे।
सांसदों को सस्पेंड करने का फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले पर सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह के बायन की मांग को लेकर विपक्षी सांसद लगातार सदन में विरोध कर रहे हैं। हालांकि, दोनों ही नेता टीवी इंटरव्यू और सभाओं में तो इस मामले पर बोल रहे हैं, लेकिन संसद में कोई भी जवाब देने को तैयार नहीं हैं।