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‘नॉन बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री ने केवल बड़े कारोबारी समूहों को लाभ पहुंचाने वाली आर्थिक नीतियां बनाकर बेरोजगारी दर को 45 वर्षों के उच्च स्तर पर पहुंचा दिया- कांग्रेस

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने तुगलकी नोटबंदी, जल्दबाजी में लागू जीएसटी और चीन से बढ़ते आयात के कारण रोजगार सृजन करने वाले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को तबाह कर भारत में बेरोजगारी के संकट को बढ़ा दिया है।

कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक बयान में वैश्विक बैंक सिटीग्रुप की एक नयी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जो हाल के चुनाव अभियान के दौरान कांग्रेस द्वारा कही गई बातों की पुष्टि करते हैं। रमेश ने कहा, ‘‘कांग्रेस बेरोजगारी संकट पर लगातार चिंता जताती रही है। तुगलकी नोटबंदी, जल्दबाजी में लागू जीएसटी (माल एवं सेवा कर) और चीन से बढ़ते आयात के कारण रोजगार सृजन करने वाले एमएसएमई के पूरी तरह ध्वस्त हो जाने से यह संकट और बढ़ गया है।’’

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘‘नॉन बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री ने केवल बड़े कारोबारी समूहों को लाभ पहुंचाने वाली आर्थिक नीतियां बनाकर बेरोजगारी दर को 45 वर्षों के उच्च स्तर पर पहुंचा दिया है, जिसमें स्नातक युवाओं के बीच बेरोजगारी दर 42 प्रतिशत है।’’ रमेश ने रिपोर्ट के मुख्य अंश साझा किए जिसमें कहा गया है कि भारत को अपने युवाओं को रोजगार देने के लिए अगले 10 वर्षों तक प्रति वर्ष 1.2 करोड़ नौकरियां सृजित करनी चाहिए।

जयराम रमेश ने कहा, ‘‘यहां तक ​​कि सात प्रतिशत जीडीपी वृद्धि भी हमारे युवाओं के लिए पर्याप्त नौकरियां पैदा नहीं करेगी। ‘नॉन बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री की सरकार में देश ने औसतन केवल 5.8 प्रतिशत जीडीपी दर हासिल की है। अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में मोदी सरकार का पूरी तरह विफल होना बेरोजगारी संकट का मूल कारण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में 10 लाख रिक्त पद हैं जो न केवल हमारे शिक्षित युवाओं के साथ भद्दा मजाक है बल्कि सरकार के कामकाज में भी बाधा है।’’

 

 

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