गोदी मीडिया के हिन्दू मस्लिम प्रोपोगंडा को तगड़ा झटका, बुलंदशहर 130 साल पुराने मंदिर में हुई तोड़फोड़ की घटना के सभी चार आरोपी गिरफ्तार !
गोदी मीडिया के हिन्दू मस्लिम प्रोपोगंडा को तगड़ा झटका, बुलंदशहर 130 साल पुराने मंदिर में हुई तोड़फोड़ की घटना के सभी चार आरोपी गिरफ्तार !

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पुलिस ने मंदिर में हुई तोड़फोड़ की घटना का एक सप्ताह बाद खुलासा कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने शराब के नशे में वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस सीसीटीवी फुटेज व साक्ष्यों के आधार पर इस मामले के अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.
गौरतलब है कि बुलंदशहर के गुलावठी थाना क्षेत्र के बराल गांव में 31 मई की रात अज्ञात लोगों ने 4 मंदिरों में मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ कर पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी थी. पुलिस ने 5 टीमों का गठन करते हुए सीसीटीवी फुटेज, फोरेंसिक एविडेंस व पूछताछ कर आरोपियों को पकड़ने के प्रयास शुरू किए.
. जो कि एक घर में बैठकर शराब पी रहे थे. शराब के नशे में ही इन्होंने मूर्तियां तोड़ीं. जिस हथियार से मूर्तियां तोड़ी गईं, वह सब्बल (लोहे का रॉड) भी बरामद हुआ है.
गुरुवार को एसएसपी श्लोक कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले में गांव के ही चार युवक शामिल थे 4 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. मुख्य आरोपी हरीश उर्फ इलू है, जो कि बराल गांव का रहने वाला है. पूछताछ में यह बात पता चली है कि उसके घर में कुछ लोग बैठकर शराब पीते थे. जिस दिन की यह घटना है, उस दिन आरोपियों ने शराब पी थी. उसके बाद वो सभी मंदिरों में गए और तोड़फोड़ की. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
इतना ही नहीं गांव में निजी स्कूल के ठीक सामने बने दुर्गा मंदिर में भी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया. यहां भगवान हनुमान की प्रतिमा को तोड़ा गया है. साईं भगवान की मूर्ति को भी मंदिर में हथौड़े से खंडित किया गया. गांव के गोरखनाथ मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई और कुछ मूर्तियों को खेत में फेंक दिया गया.